Horrific Gaza Food Crisis: ₹5 Biscuit Pack Sold for ₹2300 Amid Starvation and Conflict

₹5 के बिस्किट के लिए ₹2,300 — ग़ज़ा में भुखमरी और युद्ध का भयावह चेहरा


युद्ध की आग में झुलस रही ग़ज़ा पट्टी से एक बेहद मार्मिक और चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में एक फिलिस्तीनी पिता ने बताया कि उन्हें अपनी छोटी बेटी के लिए ₹5 मूल्य का Parle-G बिस्किट का एक छोटा पैकेट ₹2,300 (लगभग €24) में खरीदना पड़ा। यह घटना ग़ज़ा में मानवीय संकट और भोजन की चरम कमी का प्रतीक बन चुकी है।

खाद्य संकट और अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टें


WHO की 12 मई 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, ग़ज़ा में लोग भूख से मर रहे हैं। ग़ज़ा की 2.1 मिलियन आबादी में 0.5 मिलियन लोग भुखमरी (IPC Phase 5 - Catastrophe) झेल रहे हैं।

IPC Report (1 अप्रैल - 10 मई 2025) के मुताबिक 470,000 लोग “तबाही” (Phase 5) में हैं और 93% आबादी गंभीर खाद्य असुरक्षा का सामना कर रही है।

UNICEF की रिपोर्ट के अनुसार, 71,000 बच्चे और 17,000 महिलाएं गंभीर कुपोषण की कगार पर हैं। संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि ग़ज़ा में हर बच्चा विस्थापन का अर्थ समझ चुका है और खाद्य स्टॉक लगभग खत्म हैं।

काला बाज़ार और सहायता वितरण में धांधली


NDTV और The Tribune के विश्लेषण के अनुसार, ग़ज़ा में मिलने वाली मानवीय सहायता मुफ़्त आती है, मगर कुछ लोग उसे काले बाज़ार में ₹2,300 जैसी कीमत पर बेच रहे हैं। इससे खाद्य संकट और अधिक गंभीर हो गया है।

सैन्य रणनीति और सहायता


IDF चीफ ऑफ स्टाफ इयाल ज़मिर ने कहा:


“हमास को बंधकों को रिहा करना ही होगा। यदि समझौता होगा तो हम अपनी सैन्य गतिविधियों में बदलाव करेंगे।”



इस बयान का अर्थ है कि इज़राइल सहायता पहुँच को दबाव उपकरण की तरह इस्तेमाल कर रहा है।

सहायता स्थलों पर हिंसा


Financial Times, Reuters, Time और The Guardian की रिपोर्टों के अनुसार, सहायता वितरण स्थलों पर फायरिंग में अब तक दर्जनों नागरिक मारे गए। UN ने इसे भुखमरी को “हथियार” की तरह इस्तेमाल करने का उदाहरण बताया।

विवादास्पद सहायता व्यवस्था — GHF


GHF (Gaza Humanitarian Foundation) नामक व्यवस्था बनाई गई है, जिसे अमेरिका और इज़राइल समर्थन दे रहे हैं। इसमें संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख एजेंसियाँ शामिल नहीं हैं, जिससे इसकी निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं। BCG कंसल्टिंग फर्म भी इससे जुड़ी थी, लेकिन आंतरिक विरोध के कारण अलग हो गई।

निष्कर्ष


₹5 का Parle-G ₹2,300 में बिकना ग़ज़ा की त्रासदी का प्रतीक है। भोजन की भारी कमी, काला बाज़ारी, सहायता पर सैन्य दबाव और सहायता स्थलों पर हिंसा — ये सब एक भीषण मानवीय आपदा को जन्म दे रहे हैं। तत्काल और निष्पक्ष अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप ही इस संकट का समाधान है।


📌 Authenticated Source Links


WHO: https://www.who.int/emergencies/situations/occupied-palestinian-territory

IPC: https://www.ipcinfo.org/ipc-country-analysis/details-map/en/c/1156579

UNICEF: https://www.unicef.org/press-releases/gaza-children-facing-acute-malnutrition-unicef-says

NDTV: https://www.ndtv.com/world-news

The Tribune: https://www.tribuneindia.com/news/world

IDF Official: https://www.idf.il/en/

Financial Times: https://www.ft.com/world/middle-east

Reuters: https://www.reuters.com/world/middle-east/

Time: https://time.com/section/world

The Guardian: https://www.theguardian.com/world/middleeast

Amnesty: https://www.amnesty.org/en/location/middle-east-and-north-africa/israel-and-occupied-palestinian-territories/

Human Rights Watch: https://www.hrw.org/middle-east/north-africa/israel/palestine


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